इस वेब साइट के विचार की उत्पत्ति मेरे एक स्वप्न में थी जिस में मैं ने KatatBhavPhand.org के URL के साथ एक धार्मिक ब्लॉगिंग वेब साइट देखी थी । उन दिनों मैं भगवान श्री कृष्ण की आरती कुंज बिहारी की आरती का संध्या काल नियमित रूप से पाठ करता था और कदाचित आरती के कटत भव फंद वाक्यांश से अत्यधिक मोहित हो गया था। यह संभव है कि मेरे स्वप्न का कोई मनोवैज्ञानिक कारण भी हो, परन्तु मैं यह सोचना और विश्वास करना चाहता हूँ कि मेरा स्वप्न भगवान श्री कृष्ण की प्रेरणा के फलस्वरूप था। मैं वास्तव में नहीं जानता कि इस वेब साइट का अंतिम लक्ष्य क्या है। क्या यह मेरी आध्यात्मिक लेखन की अभिलाषा की परिपूर्ति का एक माध्यम है या इस का कोई बड़ा उद्देश्य है? क्या भगवान श्री कृष्ण इस वेब साइट के माध्यम से मुझे (और संभवतः अन्य लोगों को) को शिक्षित करना चाहते हैं? ऐसी शिक्षा जिस से हम भगवान श्री कृष्ण के मोक्ष दायक रूप पर अपना ध्यान केंद्रित कर पाएं? ? क्या यह एक ब्लॉगिंग वेब साइट बन जाएगी, जहाँ सभी भक्त अपने वो विचार और अनुभव व्यक्त कर पायेंगें जिनका सन्दर्भ इस बात से होगा कि भगवान श्री कृष्ण कैसे हमें इस जन्म और पुनर्जन्म के निरंतर चक्र से मुक्त होने का मार्ग दिखा सकते हैं और कैसे इस मार्ग पर चलने में हमारी मदद कर सकते हैं? मैंने इस वेब साइट के लक्ष्यों को प्रश्नों के रूप में वर्णित किया है क्योंकि मुझे नहीं पता कि इस वेब साइट के भविष्य में क्या है।